न्यास निधि
Trust Fund - Fund of Trust
- न्यास के संस्थापक ने प्रारम्भ में अपने स्वयं की वैधनिक संपत्ति में से 11000 रूपए का दान कर न्यास की घोषणा की है | यह न्यास की प्रारंभिक निधि है |
- न्यास निधि में भविष्य में दान प्राप्त कर, सरकारी एवं गैर सरकारी सहायता प्राप्त कर , एवं यदि ट्रस्ट कोई ऐसा कार्य करती है जिसमें आर्थिक लाभ हो अथवा अन्य किसी भी वैधानिक कार्य द्वारा बढ़ोतरी की जा सकेगी |
- न्यास-निधि में प्रारंभिक निधि से होने वाली आय से तथा साथ ही साथ समय-समय पर प्राप्त होने वाली दानराशि, अन्य अंशदान, चंदे आदि से बढ़ोतरी की सकती है.|
- न्यास निधि का उपयोग ट्रस्ट / न्यास डीड में लिखित उद्देश्यों के लिए खर्च किया जावेगा |
- न्यास निधि का उपयोग यदि ट्रस्टी मंडल / मैनेजमेंट कमिटी चाहे तो ट्रस्ट डीड में लिखित उद्देश्यों के अतिरिक्त अन्य वैधानिक चैरिटेबल कार्यो में भी किया जा सकता है | ऐसे में अध्यक्ष की अनुमति आवश्यक है |
- न्यास-निधि का प्रयोग भारत सरकार के कानूनों की पालना करते हुए, चैरिटेबल उद्देश्यों के अतिरिक्त कहीं और नहीं किया जा सकेगा.
- न्यासी हमेशा न्यास के आय-व्यय के समुचित लेखे (हिसाब-किताब) बनाकर न्यास के कार्यालय में रखेंगे.
- निवेश, आय, व्यय आदि केवल न्यास के नाम से ही किये जाएँगे.
- न्यासियों को न्यास के कार्यों / गतिविधियों को संचालित करने हेतु न्यास द्वारा समय-२ बनाए एवं स्वीकार किये नियमों पालन कठोरता से करना होगा.
- न्यास निधि को अचल संपत्ति अथवा शेयरों (अंशपत्रों), स्टॉक अथवा डिबेंचरों (ऋण-पत्रों) अथवा किसी वित्तीय प्रतिभूति या विनियोग में निवेश करना या किसी कंपनी / बैंक / फर्म या अन्य किसी व्यक्ति को ऋण देना या के पास जमा (निवेश ) के रूप में रखना एवं न्यासियों द्वारा स्वविवेक से ऐसे निवेशों में परिवर्तन या बदलाव या स्थानांतरण करना, जो कि न्यास के अधिकतम हित में हों.
- धन उधार लेना अथवा भुगतान को सुरक्षित करना तथा साथ ही पर्याप्त प्रतिभूति (ज़मानत) मिलने पर उधार देना.
- न्यास निधि के रूप में समाहित किसी अचल संपत्ति को किराये / भाड़े पर उठाना, हस्तांतरित करना.
- न्यास, न्यासियों एवं / अथवा न्यास द्वारा संचालित संस्थानों के नाम में बैंक / बैंकों में खाता / खाते खोलना, ऐसे खाते / खातों का परिचालन करना एवं बैंकों को निर्देश देना तथा एक या एक से अधिक न्यासियों द्वारा अथवा न्यासियों द्वारा नियुक्त अभिकर्ता द्वारा ऐसे खाता / खाते को खोलने और परिचालित करने हेतु प्रावधान करना.
यह भी देखें:-
- न्यास डीड किस प्रकार लिखें / मुख्य विषय सूची पोस्ट
- ट्रस्ट का नाम
- ट्रस्ट का पता / प्रधान कार्यालय
- ट्रस्ट की शाखाये
- ट्रस्ट का कार्यक्षेत्र
- न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
- न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
- ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
- ट्रस्ट के ट्रस्टी
- ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
- न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
- ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
- न्यास की सभायें (Meetings)
- साधारण सदस्य
- न्यास के अन्य नियम
- न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
- न्यास की स्थापना – Initial works of trust
- अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
- न्यास का समापन (Dissolution)
- Final adoption, declaration and signatures by trustees and settler
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