अप्रतिहस्तांतरणीय
Irrevocable Clause in the Trust Deed
ट्रस्ट एवं ट्रस्ट की संपत्ति इररेवोकाबले ( अप्रतिहस्तांतरणीय ) रहेगी। एक बार ट्रस्ट को दान किये जाने के बाद इस ट्रस्ट की संपत्ति पर ट्रस्ट के लेखक का अधिकार नहीं रहेगा। ट्रस्ट के लेखक द्वारा इस ट्रस्ट की संपत्ति को स्वयं के उपयोग में नहीं लिया जा सकेगा। ट्रस्ट की संपत्ति चैरिटेबल कार्यों के उपयोग के लिए होगी। संपत्ति ट्रस्ट को ट्रांसफर होने के बाद वापिस नहीं होगी। कोई भी व्यक्ति चाहे वो ट्रस्ट का लेखक हो या ट्रस्टी या ट्रस्ट का कर्मचारी या ट्रस्ट का दान दाता, एक बार जो भी धन / संपत्ति / रकम या अन्य किसी भी प्रकार का दान जो भी ट्रस्ट को दिया जावे ट्रस्ट की अप्रतिहस्तांतरणीय संपत्ति होगा। देने वाले का उस पर कोई अधिकार नहीं होगा। किसी भी प्रकार से प्राप्त दान का उपयोग चैरिटेबल कार्यों के लिए ही किया जावेगा।
यह भी देखें:-
- न्यास डीड किस प्रकार लिखें / मुख्य विषय सूची पोस्ट
- ट्रस्ट का नाम
- ट्रस्ट का पता / प्रधान कार्यालय
- ट्रस्ट की शाखाये
- ट्रस्ट का कार्यक्षेत्र
- न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
- न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
- ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
- ट्रस्ट के ट्रस्टी
- ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
- न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
- ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
- न्यास की सभायें (Meetings)
- साधारण सदस्य
- न्यास के अन्य नियम
- न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
- न्यास की स्थापना – Initial works of trust
- अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
- न्यास का समापन (Dissolution)
- Final adoption, declaration and signatures by trustees and settler
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