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Showing posts from May, 2023

ट्रस्टियों का कार्यकाल

Tenure of Trustees ट्रस्टियों का कार्यकाल सामान्यतः आजीवन होता है | और ट्रस्ट के नियमों में ट्रस्टी को पद से हटाने के अधिकार एवं प्रक्रिया लिखी जाती है | कई बार कुछ ट्रस्टी स्थाई और कुछ ट्रस्टी अस्थाई होते हैं | ऐसे में अस्थाई ट्रस्टियो का कार्यकाल पांच वर्ष किया जा सकता है | कार्यकाल समाप्त होने पर उन्हें पुनः उतने की कार्यकाल के लिए मनोनीत किया जा सकता है | अथवा नए ट्रस्टी बनाये जा सकते हैं | अस्थाई ट्रस्टियों का कार्यकाल बढ़ाने या घटाने का अधिकार कई बार अध्यक्ष को दिया जाता है , कई बार मैनेजमेंट कमिटी को और कई बार ट्रस्टी मंडल को और कई बार आम सभा को ( जैसा कि ट्रस्ट डीड मे लिखा हो ) यह भी देखें:- न्यास डीड किस प्रकार लिखें / मुख्य विषय सूची पोस्ट  ट्रस्ट का नाम ट्रस्ट का पता / प्रधान कार्यालय ट्रस्ट की शाखाये ट्रस्ट का कार्यक्षेत्र न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary) ट्रस्ट के ट्रस्टी ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee ट्रस्ट का वित्तीय प्

ट्रस्टियों के प्रकार

Types of trustees ट्रस्ट के ट्रस्टी दो प्रकार के हो सकते हैं |   एक स्थाई और दूसरे अस्थाई | स्थाई ट्रस्टी का कार्यकाल आजीवन किया जाता है और अस्थाई ट्रस्टी को चुना जाता है अथवा मनोनीत किया जाता है| अस्थाई ट्रस्टियो का निश्चित कार्यकाल होता है जैसे की दो वर्ष अथवा पांच वर्ष इत्यादि | ट्रस्ट डीड में इस सम्बन्ध में स्पष्ट उल्लेख किया जा सकता है | और स्पष्ट नियम बनाये जा सकते हैं | कई बार ट्रस्ट का आकार बड़ा होने पर ट्रस्ट में ट्रस्टियों के मंडल के अतिरिक्त आम सभा का निर्माण किया जाता है | ऐसी स्थिति में भी कई बार आम सभा को यह अधिकार दिया जा सकता है कि आम सभा अपने में से कुछ ( दो या अधिक ) (जैसा ट्रस्ट के नियमो में उल्लेख हो ) प्रतिनिधि चुन सकती है | इन प्रतिनिधियों को ट्रस्ट के अस्थाई ट्रस्टी नियुक्त किया जाता है | एवं दो – तीन या पांच (जैसा कि ट्रस्ट का नियम हो ) वर्ष बाद आम सभा अपने प्रतिनिधी दोबारा चुनती है | यह भी देखें:- न्यास डीड किस प्रकार लिखें / मुख्य विषय सूची पोस्ट  ट्रस्ट का नाम ट्रस्ट का पता / प्रधान कार्यालय ट्रस्ट की शाखाये ट्रस्ट का कार्यक्षेत्र न्यास / ट्रस्ट के निर्माता

ट्रस्टियों की ट्रस्टी पद से मुक्ति

न्यासी पद से मुक्त, Cease to be a Trustee एक व्यक्ति, न्यासी पद से मुक्त हो जाएगा – यदि उसका निधन हो जाता है यदि उसे न्यायालय द्वारा दिवालिया घोषित कर दिया जाता है अथवा नैतिक पतन के अपराध में दोषी पाया जाता है. यदि वह लगातार होने वाली न्यासियों की तीन बैठकों में अथवा दो कैलेण्डर वर्ष के लिए बिना छुट्टी का आवेदन दिए अनुपस्थित रहता है यदि उसे शेष न्यासियों के ३/४ अथवा अधिक मत द्वारा त्याग-पत्र देने के लिए निवेदन किया जाता है. यदि ट्रस्ट / न्यास के अध्यक्ष जी उसे त्याग-पत्र देने के लिए कहते हैं और वह न्यासी त्याग-पत्र देने से मना करता है तो उसे न्यासियों की अगली बैठक में हटा दिया जाएगा. यदि उसे न्यास के हितों और उद्देश्यों के विरुद्ध काम करते हुए पाया जाता है. ऐसी परिस्थिति में न्यास के अध्यक्ष द्वारा इस कार्य की जांच करवायी जा सकती है, जांच में पाया जाने पर उन्हें न्यासी पद से मुक्त किया जावेगा | अध्यक्ष का निर्णय अंतिम निर्णय होगा | यह भी देखें:- न्यास डीड किस प्रकार लिखें / मुख्य विषय सूची पोस्ट  ट्रस्ट का नाम ट्रस्ट का पता / प्रधान कार्यालय ट्रस्ट की शाखाये ट्रस्ट का कार्यक्षेत्र न्य

ट्रस्टियों के कार्य / कर्तव्य

Works of Trustees, Duties of Trustees ट्रस्ट का सञ्चालन ट्रस्टियों के बोर्ड द्वारा होगा | श्री abcd इस ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी होंगे | उनका कार्यकाल आजीवन होगा | उनकी मृत्यु के पश्चात मैनेजिंग ट्रस्टी बनाने के नियम इस ट्रस्ट डीड में अन्यत्र वर्णित हैं | मैनेजिंग ट्रस्टी के अतिरिक्त अन्य ट्रस्टीओं का कार्यकाल भी आजीवन होगा | उनके अपने पद छोड़ने के व उन्हें कार्यभार से मुक्त करने के नियम इस ट्रस्ट डीड में अन्यत्र वर्णित हैं | ट्रस्टी कोई भी हो या मैनेजिंग ट्रस्टी अपनी इच्छा से पद मुक्त भी हो सकते हैं | इसके लिए उन्हें दो महीने का नोटिस देकर त्याग पत्र देना होगा | यह दो महीने का नोटिस कार्यकाल समाप्त होते ही उन्हें पद मुक्त माना जावेगा | ट्रस्टी यों द्वारा बना बोर्ड ट्रस्ट का प्रबंधन करेगा | ये सभी मिलकर एवं अलग अलग ट्रस्ट के उद्देश्यों के लिए कार्य करेंगे | ये ट्रस्ट के कार्यों व खर्चो पर निगरानी रखेंगे | ट्रस्टी कार्य की सुविधा व कार्य के बंटवारे के लिए कार्यकारिणी समिति का गठन करेंगे | कार्यकरिणी समिति में विभिन्न ट्रस्टियों को विभिन्न पद एवं जिम्मेदारियां दी जा सकती है | आवशयकता

ट्रस्टियों की संख्या

इस ट्रस्ट में ट्रस्टियों की अधिकतम संख्या 21 होगी | इस अधिकतम संख्या को ट्रस्टियों के तीन चौथाई या अधिक मतों से घटाया – बढ़ाया जा सकता है | यह भी देखें:- न्यास डीड किस प्रकार लिखें / मुख्य विषय सूची पोस्ट  ट्रस्ट का नाम ट्रस्ट का पता / प्रधान कार्यालय ट्रस्ट की शाखाये ट्रस्ट का कार्यक्षेत्र न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary) ट्रस्ट के ट्रस्टी ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन न्यास की सभायें (Meetings) साधारण सदस्य न्यास के अन्य नियम न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed न्यास की स्थापना – Initial works of trust अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause न्यास का समापन (Dissolution) Final adoption, declaration and signatures by trustees and settler

ट्रस्टियों के नाम

names of trustees ट्रस्टियों के नाम का बिंदु दो प्रकार से लिखा जा सकता है ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी जब सभी स्थाई हों इस ट्रस्ट के निर्माण के समय ट्रस्ट में निम्न लिखित ट्रस्टी हैं | श्री abcd पुत्र श्री efgh निवासी ijkl पैन कार्ड नंबर abcpd1234k – संस्थापक / प्रथम ट्रस्टी एवं अध्यक्ष श्री abcd पुत्र श्री efgh निवासी ijkl पैन कार्ड नंबर abcpd1234k – स्थाई ट्रस्टी श्री abcd पुत्र श्री efgh निवासी ijkl पैन कार्ड नंबर abcpd1234k – स्थाई ट्रस्टी श्री abcd पुत्र श्री efgh निवासी ijkl पैन कार्ड नंबर abcpd1234k – स्थाई ट्रस्टी उपरोक्त ट्रस्टियों ने सामूहिक रूप से इस ट्रस्ट की संपत्ति को संभालना एवं इस ट्रस्ट डीड में वर्णित उद्देश्यों पर खर्च करना एवं इस ट्रस्ट डीड में वर्णित नियमों का पालन करते हुए चैरिटेबल कार्य करना स्वीकार किया है | विभिन्न ट्रस्टियों को कार्यकारिणी में जो जिम्मेदारियां दी गयी हैं वे भी इस ट्रस्ट डीड में अन्यत्र वर्णित हैं | जब कुछ ट्रस्टी अस्थाई हों जब कुछ ट्रस्टी स्थाई और कुछ अस्थाई हों Trustees of the trust – When some are not permanent इस ट्रस्ट के निर्माण के समय ट्रस्ट मे